नई दिल्ली, आइएएनएस। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को आसमान की बुलंदियों तक पहुंचाने में रांची के एक शख्स की बड़ी भूमिका रही है। ये शख्स देवल सहाय हैं, जिन्होंने एमएस धौनी के लिए रांची में टर्फ पिच बनाई थी। इस तरह से उन्होंने धौनी के शुरुआती करियर में उनकी मदद की थी, लेकिन अब देवल सहाय बढ़ती उम्र की वजह से बीमारियों का शिकार हो गए हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। हालांकि, अच्छी बात यह है कि 73 वर्षीय देवल सहाय की हालत में सुधार है और उन्हें शनिवार को वेंटिलेटर से हटा दिया गया है।

देवल सहाय के बेटे ने जानकारी दी है कि उनके पिता को सांस लेने में तकलीफ, यूरिनरी समस्या जैसी बीमारियां हैं। 1997-98 में सेंट्रल कोलफील्डस लिमिटेड (सीसीएल) के निदेशक के तौर पर युवा धौनी को स्टाइपेंड पर रखने वाले देवल सहाय, मंगलवार को रांची के जगन्नाथ अस्पताल में आईसीयू से वेंटिलेटर पर रखा गया था, क्योंकि उनकी हालत काफी ज्यादा खराब हो गई थी। बीते कुछ दिनों में उनकी हालत में सुधार दिखा और शुक्रवार को उनके गले में लगी वेंटिलेटर ट्यूब को कुछ घंटों के लिए हटा दिया गया। बता दें कि एमएस धौनी की बायोपिक में भी देवल सहाय का जिक्र है।

इसके अलावा शनिवार को देवल सहाय को वेंटिलेटर से ही हटा दिया गया और अब वह डॉक्टरों की निगरानीमें हैं। देवल सहाय के बेटे अभिनव आकाश सहाय ने समाचार एजेंसी आइएएनएस से बात करते हुए कहा, “अच्छी खबर यह है कि अब उन्हें वेंटिलेटर से हटा दिया गया है, लेकिन वो अभी भी आइसीयू में हैं।” वहीं, देवल सहाय की पत्नी मीना ने कहा, “वह लोग कुछ और घंटे उनको देखेंगे और फिर दोबारा उनकी ऑक्सीजन स्तर आदि चीजों की जांच की जाएगी। अगर सब कुछ सही रहता है तो ट्यूब पूरी तरह से हटा दिया जाएगा।”

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