नई दिल्ली, एएनआइ। India China Border Tension, 15 जून को गलवन घाटी में भारत और चीन की सेनाओं के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद से दोनों देशों के बीज तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर जारी तनाव को कम करने के लिए आज फिर भारत-चीन के बीच कमांडर-स्तर की बातचीत ( Commander-Level Meeting) होगी।

भारतीय सेना के सूत्रों के अनुसार, दोनों देशों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीनी साइड पर मोल्दो में चुशुल के सामने ये बैठक होगी। बीते दिनों में तनाव कम करने को लेकर दोनों देशों के बीच कई बार बातचीत हो चुकी है, जिसका कोई नतीजा नहीं निकला।

चीन को मुंहतोड़ जवाब देने की खुली छूट

रविवार को एलएसी पर जारी हालात की समीक्षा के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक की थी। इस दौरान सरकार ने तीनों सेनाओं को चीन की हर चालबाजी का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए खुली छूट दे दी है। सूत्रों के मुताबिक, इसमें सबसे अहम निर्णय यह लिया गया कि फील्ड कमांडर ‘असाधारण’ स्थिति में हथियारों का इस्तेमाल कर सकेंगे।

चीन के 40 सैनिकों को किया ढ़ेर

बता दें कि गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच 15 जून को हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे, जबकि चीन के 40 से ज्यादा सैनिक मारे गए थे। यह पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय में दोनों देशों के बीच हुआ सबसे बड़ा सैन्य टकराव है। इसके कारण दोनों देशों के बीच सीमा पर पहले से जारी गतिरोध की स्थिति और गंभीर हो गई है।

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